
म्यूजिकल 'रेडबुक' - अपनी पहचान खोजने का एक प्रेरणादायक सफर!
लंदन के रूढ़िवादी 19वीं सदी में, एक अलबेली महिला 'अन्ना' खुद को खोजने निकल पड़ती है।
'रेडबुक' नामक यह बहुचर्चित म्यूजिकल, जो अब अपनी शानदार वापसी कर चुका है, केवल महिलाओं की कहानी नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है जो अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहा है।
'अन्ना' का किरदार, जो पारंपरिक समाज की बेड़ियों को तोड़कर 'मैं' को चुनती है, और सज्जन 'ब्राउन', जो सभ्य समाज के नियमों का पालन करते हैं, एक-दूसरे से सीखते हैं कि आपसी समझ और सम्मान कितना महत्वपूर्ण है।
यह शो दर्शकों को हंसाता भी है और रुलाता भी है, जिसमें दिल छू लेने वाले संगीत और छिपे हुए संदेश हैं।
'अन्ना' के उपन्यास, जो उसके विचारों और कल्पनाओं का आईना हैं, मंच पर जीवंत हो उठते हैं। रंगीन रोशनी और अद्भुत दृश्य 'अन्ना' के सपनों और उसकी मानसिक यात्रा को दर्शाते हैं।
यह म्यूजिकल हमें याद दिलाता है कि जीवन की कठिनाइयों के बावजूद, हमेशा उम्मीद होती है। यह हमें अपने आसपास के लोगों का महत्व भी समझाता है।
'रेडबुक' हमें सिखाता है कि हमें दूसरों की नजरों में 'दूसरा कोई' बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि 'पहला मैं' बनना चाहिए। यह हमें अपनी इच्छाओं और सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
इस शो में ओक जू-ह्यून, आईवी, मिन क्यूंग-आ, सॉन्ग वोन-ग्युएन, जी ह्यून-वू और किम सेओंग-सिक जैसे सितारे अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं।
यह खूबसूरत म्यूजिकल 7 दिसंबर तक सियोल के यूनिवर्सल आर्ट सेंटर में चल रहा है।
कोरियाई नेटिज़न्स इस शो की बहुत प्रशंसा कर रहे हैं। वे 'अन्ना' के किरदार की हिम्मत और कहानी के प्रेरणादायक संदेश की सराहना कर रहे हैं। कई लोग कहते हैं कि यह शो उन्हें 'खुद को फिर से खोजने' की प्रेरणा देता है।