
IMF संकट के बीच 'टाइफून कॉर्पोरेशन' का यथार्थवादी चित्रण: कला निर्देशक से विशेष बातचीत
tvN का वीकेंड ड्रामा 'टाइफून कॉर्पोरेशन', 1997 के IMF वित्तीय संकट के दौर में आम लोगों के जीवन को दर्शा रहा है। इस सीरीज़ को इसके सूक्ष्म कलात्मक निर्देशन के लिए व्यापक प्रशंसा मिल रही है। हमने शो की कला निर्देशक, किम मिन-हये से बात की, जिन्होंने उस युग को फिर से जीवंत करने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला।
किम मिन-हये ने बताया कि उनका लक्ष्य केवल पुरानी यादों को ताजा करना नहीं था, बल्कि उस समय के लोगों की मानसिकता और मूल्यों को पकड़ना था। उन्होंने बताया, “हम उस दौर की भावना नहीं, बल्कि उस दौर की भावना को पकड़ना चाहते थे।” 1997 के IMF संकट के दौरान, जहां युवा पीढ़ी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को महत्व देती थी, वहीं बड़े-बुजुर्ग 'कंपनी ही परिवार है' जैसी सोच रखते थे। इस संकट ने इन दोनों पीढ़ियों को एक साथ ला दिया। इसलिए, IMF संकट से पहले, मुख्य पात्र कांग ते-फूंग (ली जून-हो) का स्थान जीवंत और शानदार था, जबकि ओ मि-सन (किम मिन-हा) का स्थान यथार्थवाद के बोझ से दबा हुआ, कम रंगीन और नीरस था।
उस युग को सटीक रूप से चित्रित करने के लिए, किम मिन-हये की टीम ने उस समय के वृत्तचित्रों, समाचारों, अखबारों, पत्रिकाओं और अभिलेखागारों का गहन शोध किया। उन्होंने बताया, “हमने बहुत छोटे विवरणों पर ध्यान दिया, जैसे कि 90 के दशक के साइनेज में फोंट का थोड़ा अलग खिंचाव और फैलाव, जो एक प्रामाणिक अनुभव बनाने के लिए महत्वपूर्ण था।” उन्होंने उस समय की रंग पैलेट पर भी प्रकाश डाला, जिसमें Euljiro में नीले और पीले रंग की प्रधानता थी, और Apgujeong में हॉट पिंक, बैंगनी और सफेद रंग थे।
'टाइफून कॉर्पोरेशन' tvN पर शनिवार और रविवार रात 9:10 बजे प्रसारित होता है।
कोरियाई नेटिज़ेंस 'टाइफून कॉर्पोरेशन' के विस्तृत सेट डिज़ाइन और उस युग के सटीक चित्रण की प्रशंसा कर रहे हैं। कई लोगों ने टिप्पणी की है कि यह शो उन्हें उनके बचपन की याद दिलाता है और उस समय की भावनाओं को फिर से जगाता है। प्रशंसक विशेष रूप से उस युग की हर छोटी-बड़ी चीज़ के प्रामाणिक पुनरुत्पादन से प्रभावित हैं।