
के-एंटरटेनमेंट की दुनिया से: क्या 'स्लरपिंग' का विज्ञान सच में है? ENA का नया शो लाता है जवाब!
सियोल: ENA का नया पायलट शो 'इप टर्जिनुन शिओल्शिल' (Lab That Opens Mouth) इस बार नूडल डिश के इर्द-गिर्द घूमता है, जो हर किसी का पसंदीदा खाना है। लेकिन, एपिसोड 3 के प्रीमियर से पहले जारी किए गए एक टीज़र वीडियो ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है, जिसमें वैज्ञानिक संचारक क्वेडो (Kwedo) के 'स्लरपिंग' (तेजी से खाना) के प्रति जुनून को दिखाया गया है।
आज, 8 तारीख को प्रसारित होने वाले इस एपिसोड में, नूडल डिश पर आधारित प्रयोग पेश किए जाएंगे।
'स्लरपिंग' के साथ-साथ, भुनी हुई जंजांग (jjajang) के स्वादिष्ट स्वाद के वैज्ञानिक कारणों का विश्लेषण भी काफी दिलचस्प है। टीज़र वीडियो में, क्वेडो ने 'स्लरपिंग' के आनंद का वर्णन करते हुए कहा, “नूडल्स को थोड़ा सा मुंह में लें और फिर तेजी से खींचे। यह गतिज ऊर्जा के साथ सीधे आपके मुंह में चला जाता है। यह दुनिया को गंदा करने जैसा स्वाद है, गलत काम करने का आनंद, वर्जित को तोड़ने का एहसास है।” उनकी इन बातों ने स्टूडियो में हलचल मचा दी। इस पर भौतिक विज्ञानी किम संग-वूक (Kim Sang-wook) ने अपने वैज्ञानिक ज्ञान का इस्तेमाल किया, जिसमें स्वाद कलिकाओं का वितरण, उछाल के सिद्धांत और न्यूटन के तीसरे नियम, क्रिया-प्रतिक्रिया का सिद्धांत शामिल है। यह सब जानने के बाद, 'स्लरपिंग' के पीछे के वैज्ञानिक कारणों को जानने की उत्सुकता और बढ़ जाती है।
विवादित 'स्लरपिंग' के बाद, 'भुने हुए स्वाद' की सच्चाई पर भी चर्चा होगी। एक अन्य टीज़र वीडियो में, किम पुंग (Kim Poong) ने 'टेस्टिंग डॉक्टर' (Jjeop-jjeop Doctor) के रूप में 'भुने हुए स्वाद' को परिभाषित किया है: “थोड़ा जला हुआ, लेकिन अप्रिय नहीं।” क्वेडो ने मैलार्ड रिएक्शन (Maillard reaction) और कैरमेलाइजेशन (caramelization) जैसे वैज्ञानिक विश्लेषणों को जोड़ा। लेकिन यहां ध्यान देने योग्य व्यक्ति हैं गणितज्ञ चोई सु-यॉन्ग (Choi Soo-young), जो नए पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए हैं। उन्होंने वोक (wok) का उपयोग करके 'टोशिंग' (tossing) के सिद्धांत का विश्लेषण करते हुए एक वास्तविक शोध पत्र का भी उल्लेख किया, जिससे सभी आश्चर्यचकित रह गए।
लेकिन उनके पास एक आश्चर्यजनक पिछला रिकॉर्ड भी है। वह एक 'ईटिंग चैंपियन' (eating competition) रह चुकी हैं और खाने में गहरी रुचि रखती हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अतीत में कहा था कि "क्वेडो और जियोंग हे-इन (Jeong Hae-in) में कोई अंतर नहीं है," जिससे वह विवादों के केंद्र में आ गईं। ऐसी अफवाहें हैं कि वह अपनी शांत बातचीत से स्टूडियो को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर देती हैं, जिससे उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
निर्माताओं ने कहा, “तीसरे प्रयोगशाला प्रयोग में, 'स्लरपिंग' विवाद से लेकर 'भुने हुए स्वाद' के विज्ञान तक, दर्शकों के कई रहस्यमयी सवाल सुलझाए जाएंगे। हर एपिसोड में सामान्य ज्ञान से परे 'स्वाद के सूत्र' प्रस्तुत करके, 'इप टर्जिनुन शिओल्शिल' ने हंसी और ज्ञानवर्धक मनोरंजन दोनों प्रदान किए हैं। हमें उम्मीद है कि इस बार भी यह शो दर्शकों को एक मजेदार वैज्ञानिक फूड एडवेंचर पर ले जाएगा।”
विज्ञान और गैस्ट्रोनॉमी का यह अनोखा संगम ENA के 'इप टर्जिनुन शिओल्शिल' के तीसरे एपिसोड में देखने को मिलेगा, जो आज, 8 तारीख को रात 9:30 बजे प्रसारित होगा।
कोरियाई नेटिज़न्स ने क्वेडो के 'स्लरपिंग' पर की गई टिप्पणी पर मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कुछ ने इसे "मजेदार और साहसिक" बताया, जबकि अन्य ने इसे "थोड़ा अजीब" कहा। वहीं, चोई सु-यॉन्ग के खाने के प्रति जुनून और उनके पिछले विवादों पर भी चर्चा गर्म है, कई लोग उनके "कुनैमी" (कुशलता) की प्रशंसा कर रहे हैं।