
बेटे को खोने के बाद एक्टर ली क्वैंग-की का दर्दनाक खुलासा: 'मौत के इतने करीब था कि...'
दक्षिण कोरिया के जाने-माने एक्टर ली क्वैंग-की ने हाल ही में एक यूट्यूब चैनल पर अपनी जिंदगी के सबसे दर्दनाक दौर का ज़िक्र किया है। 11 नवंबर को 'CGN' यूट्यूब चैनल पर "बेटे को खोने का दर्द, सबसे गहरे निराशा के क्षण में भगवान से मिलना" नाम से एक वीडियो जारी हुआ, जिसमें ली क्वैंग-की ने बताया कि कैसे 2009 में उन्होंने अपने 7 साल के बेटे सियोक-क्यू को स्वाइन फ्लू की वजह से खो दिया था।
उन्होंने बताया, "मुझे हर चीज़ से नफ़रत हो गई थी। मुझे लगातार अपराधबोध सताता रहता था कि मैं अपने बच्चे को नहीं बचा सका।" उन्होंने आगे कहा, "अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने कहा कि वह 'एक फरिश्ता बन गया है', लेकिन मेरे लिए इसका कोई मतलब नहीं था क्योंकि वह मेरे पास नहीं था।" एक्टर ने यह भी खुलासा किया कि जब परिवार को थोड़ा संभालने के बाद, दुख एक सुनामी की तरह आया। "मैं बालकनी में जाकर हवा का सामना कर रहा था, मेरा पूरा शरीर बाहर की ओर झुका हुआ था। शायद मैं बस थोड़ा और आगे बढ़ता तो गिर जाता।"
उस मुश्किल घड़ी में, उन्होंने आसमान की ओर देखा और कहा, "उस दिन तारे बहुत चमक रहे थे। उनमें से एक खास तौर पर बहुत तेज चमक रहा था, और मुझे लगा, 'क्या वह सियोक-क्यू है?'" उन्होंने बताया कि उस पल उन्हें पहली बार सचमुच लगा कि उनका बेटा एक फरिश्ता बन गया है।
ली क्वैंग-की के अनुसार, इस गहरे सदमे से उबरने में 'स्वयंसेवा' ने उनकी मदद की। उन्होंने कहा, "हमारा परिवार इस दुख से उबर पाया क्योंकि हमने सेवा की। हमने सियोक-क्यू के जीवन बीमा के पैसे से हैती में आए भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए दान दिया।" उन्होंने बताया, "यह काम हमारे परिवार के लिए बहुत बड़ा सहारा बना। मुझे लगता है कि यह सियोक-क्यू का दुनिया के लिए आखिरी तोहफा था।" इसके बाद, ली क्वैंग-की ने KBS के शो 'Love Request' के जरिए खुद हैती जाकर स्वयंसेवा की और जीवन का एक नया अर्थ पाया।
ली क्वैंग-की के इस खुलेपन पर कोरियाई नेटिज़न्स ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। कई लोगों ने कहा, "यह कितना दिल दहला देने वाला है, लेकिन उनकी हिम्मत प्रशंसनीय है।" दूसरों ने लिखा, "उनके बेटे की याद हमेशा बनी रहेगी।"