
K-कंटेंट पर संकट! OTT सीरीज लीक, स्मगलिंग का खुलासा, इंडस्ट्री में हड़कंप
दक्षिण कोरियाई OTT प्लेटफॉर्म्स के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। 'Dear X' और 'Physical: Asia' जैसी लोकप्रिय सीरीज के साथ-साथ बहुप्रतीक्षित 'Squid Game 3' भी लीक हो गई है। ये सीरीज अवैध स्ट्रीमिंग वेबसाइटों और विदेशी ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर उपलब्ध हो गई हैं, जिससे K-कंटेंट इंडस्ट्री गंभीर कॉपीराइट संकट का सामना कर रही है।
एक अवैध साइट पर 'Dear X' के सभी एपिसोड बिना किसी रोक-टोक के स्ट्रीम किए जा रहे हैं, और गूगल सर्च से आसानी से पहुंचा जा सकता है। 'Physical: Asia' के भी शुरुआती एपिसोड जारी होने के तुरंत बाद लीक हो गए। ये अवैध साइटें डोमेन बदलते हुए सक्रिय रहती हैं, और इनके लिए एक समर्पित समुदाय भी है जो नए लिंक साझा करता है।
OTT उद्योग में हड़कंप मचा हुआ है। यह सिर्फ कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं है, बल्कि सब्सक्रिप्शन-आधारित प्लेटफॉर्म के राजस्व मॉडल को सीधा नुकसान पहुंचा रहा है। Netflix, TVING, Disney+ और Wavve जैसे प्लेटफॉर्म पहले से ही करोड़ों का नुकसान झेल रहे हैं, और अनुमान है कि K-कंटेंट इंडस्ट्री को सालाना 5 ट्रिलियन वॉन (लगभग $4 बिलियन) का कॉपीराइट नुकसान होता है।
खासकर चीन में, जहां Netflix आधिकारिक तौर पर उपलब्ध नहीं है, 'Squid Game 3' का अवैध स्ट्रीमिंग के माध्यम से फैलना चिंताजनक है। इसके साथ ही, AliExpress जैसे शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर तो ली जंग-जे के चेहरे वाली टी-शर्ट और 'Squid Game' की थीम वाली अनधिकृत मर्चेंडाइज भी बेची जा रही है।
प्रोफेसर सूंग क्यूंग-डक ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, "यह सिर्फ अवैध स्ट्रीमिंग का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक संपदा की चोरी है।" कंटेंट लीक होने का मुख्य कारण विदेशी सर्वर और बार-बार बदलते डोमेन हैं।
OTT कंपनियों और सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के बावजूद, विदेशी होस्टिंग कंपनियों के सहयोग के बिना प्रभावी ढंग से रोकना मुश्किल है। इंडस्ट्री अब व्यक्तिगत कार्रवाई के बजाय एक 'ग्लोबल कॉपीराइट अलायंस' के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दे रही है।
AI-आधारित कंटेंट ट्रैकिंग तकनीक, जो वीडियो के हैश वैल्यू को ट्रैक करती है, और डिजिटल वॉटरमार्क जैसी तकनीकें भी समाधान के रूप में प्रस्तावित की जा रही हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि दर्शक केवल अवैध उपभोक्ता बने रहे, तो K-कंटेंट का पूरा इकोसिस्टम ढह जाएगा। यह समस्या सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि K-कंटेंट इंडस्ट्री के सामने एक संरचनात्मक संकट है।
कोरियाई नेटिजन्स इस लीकेज से बेहद नाराज हैं। वे कमेंट कर रहे हैं, "यह हमारी मेहनत की चोरी है!" और "सरकार को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।" कुछ फैंस ने यह भी कहा, "हम ऐसे अवैध सामान कभी नहीं खरीदेंगे।"