
ओह यून-यंग ने कॉमेडियन जंग जू-री की बच्चों को स्कूल भेजने की कोशिशों पर उठाए सवाल!
दक्षिण कोरिया की जानी-मानी बाल मनोवैज्ञानिक डॉ. ओह यून-यंग ने कॉमेडियन जंग जू-री की बच्चों की परवरिश के तरीके पर अपनी राय व्यक्त की है। हाल ही में प्रसारित हुए 'माई गोल्डन किड्स' (My Golden Kids) नामक शो में, जू-री के पांच बच्चों के पालन-पोषण की चुनौतियों को दिखाया गया था। डॉ. ओह ने विशेष रूप से जू-री के चौथे बच्चे को स्कूल भेजने के संघर्ष को देखा।
वीडियो में, जू-री बच्चे को स्कूल जाने के लिए मनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन बच्चा टस से मस नहीं हो रहा था। जू-री ने बच्चे को लुभाने के लिए 'चलो कौआ देखने चलें' या 'ड्रिंक पिएं' जैसे कई तरीके आजमाए, यहां तक कि AI से सलाह भी ली। इस पर डॉ. ओह ने कहा कि जू-री बच्चे को यह नहीं समझा पा रही हैं कि 'उसे स्कूल जाना ही है'।
डॉ. ओह ने स्वीकार किया कि जू-री बच्चों के प्रति बहुत दयालु हैं और उनके विचारों का सम्मान करती हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों को यह सिखाना महत्वपूर्ण है कि कभी-कभी उन्हें वे काम भी करने पड़ते हैं जो उन्हें पसंद नहीं हैं। विशेषज्ञ ने सलाह दी कि माता-पिता को बच्चों के साथ बातचीत करते समय स्पष्ट और दृढ़ रहना चाहिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि बच्चे आवश्यक नियमों और जिम्मेदारियों को समझें।
डॉ. ओह यून-यंग दक्षिण कोरिया में बाल विकास और पेरेंटिंग की एक बेहद सम्मानित विशेषज्ञ हैं। वह अपने व्यावहारिक सलाह और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण के लिए जानी जाती हैं। उनके शो 'माई गोल्डन किड्स' ने लाखों अभिभावकों को अपने बच्चों की समस्याओं को समझने और हल करने में मदद की है।